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विश्व के सबसे लोकप्रिय खेलों का इतिहास

World sports history in hindi

खेल दैनिक जीवन में शारीरिक गतिविधि को नियमित रूप से करने के लिए सबसे लोकप्रिय तरीका है। तकनीक ने जब हमारे जीवन में दस्तक नहीं दी थी तब खेल ही हमारे दिमाक को शांत करने के सबसे अनुकूल माने जाते थे। वीडियों गेम्स के बाजारों में दस्तक देने से पहले शारीरिक क्षमता को विस्तार देने के लिए खेल कूद बहुत बेहतर माने जाते थें। बदलते वक्त के साथ जैसे जैसे तकनीक ने विकास करना आरम्भ किया है हमारी शारीरिक गतिविधियां थम सी गई है। पर यदि सकारात्मक तरीके से देखा जाए तो प्रत्येक वर्ष वैश्विक स्तर पर इतने खेलों का आयोजन किया जाता है कि इससे खेलों में लोगों की दिलचस्पी बढ़ती हुई भी नजर आती है। हमारे देश में गली कूचों में खेल को मस्ती और मजे के लिए खेला जाता है चाहे वो क्रिकेट  हो या कब्बडी। यही कारण है खेलों की लोकप्रियता घर घर में पहुंचने का। नियमों के दायरे में बंधकर खेल को खेलना उसे कम मनोरंजक बनाता है लेकिन यदि इन नियमों का दायरे तोड़ दिया जाए तो वो अधिक उत्साह के साथ खेले जाते है। इसलिए गली क्रिकेट को स्टेडियम में खेले जाने वाले खेलो से ज्यादा लोकप्रियता मिल जाती है। सिर्फ भारत की ही बात करें तो यहां कई युवा तो इन्ही गलियों से निकलकर अपनी अलग पहचान हासिल कर चुके है। ऐसे ही कई खेल विश्व स्तर पर भी काफी लोकप्रिय हो चुके है।

World sports history in hindi

1.किकेट (Cricket) – किकेट नाम से शुरू हुए इस खेल की शुरूआत हु्रई साल 1598 में। 17वी शताब्दी तक आते आते यह बच्चों के खेल के रूप में जाना जाता था। क्रिकेट की शुरूआत करने का असल श्रेय अंग्रेजों को दिया जाता है। जिसके बाद इसका विस्तार हुआ भारत, उत्तर अमेरिका, और वेस्ट इंडीज में। भारत, पाकिस्तान, बाग्ंलादेश, और श्रींलका में क्रिकेट की शुरूआत हुई ईस्ट इंडिया कंपनी के द्वारा। पहला अंतर्राष्ट्र्रीय क्रिकेट मैच 1844 में और टेस्ट क्र्रिकेट 1877 में शुरू हुआ। बीसवी शताब्दी तक आते आते क्र्रिकेट विश्व स्तर तक काफी ज्यादा लोकप्रियता हासिल कर चुका था इसी का नतीजा रहा कि अब अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व कप का आयोजन किया जाने लगा जिसमें कई बेहतरीन देशों ने हिस्सा लिया। इसके बाद टी20, आईपीएल, महिला विश्व कप, जैसे क्र्रिकेट के कई प्रारूपों का चलन तेजी से बढ़ा। विशेषतः भारत में क्र्रिकेट अपनी एक अलग पहचान विकसित करने में कामयाब रहा है यह ख्ेल मुख्यतः दर्शकों की भावनाओं से जुड़ चुका है।

2. फुटबॉल (Football) – फुटबॉल की शुरूआत 19वी शताब्दी से मानी जाए तो गलत नहीं होगा क्यांकि इस खेल को पहचान 19वी शताब्दी में ही मिली। ब्रिटेन के पब्लिक स्कूलों में यह खेल खेला जाने लगा। जिसके चलते 1824 में फुटॅबाल क्लब की शुरूआत भी की गई। शेफील्ड फुटॅबाल क्लब दुनिया का सबसे पुराना सक्र्रिय फुटॅबाल क्लब है जो विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया था। 1862 तक आते आते व्यापारियों ने इस खेल में अपनी रूचि दिखानी शुरू कर दी।1872 में इग्लैंड और स्काटलैंड के बीच पहली फुटॅबाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।1904 फुटॅबात की अन्तरर्राष्ट्रीय संस्था फीफा का गठन किया गया।1913 में फीफा अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल एसोसिएशन बोर्ड के प्रतिनिधित्व के प्रवेश के कारण दुनिया में फुटॅबाल की लोकप्रियता बढ़ी। भारत में फुटॅबाल को लोकप्रिय बनाने में नागेंद्र प्रसाद सर्वाधिकारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इन्हें भारत में फुटॅबाल का जनक भी माना जाता है।

3. टेनिस (Tenis) – टेनिस को खेलने की शुरूआत फ्रांस में मध्यकाल से मानी जाती है जिसे इनडोर खेला जाता था। इसके वर्तमान स्वरूप का जन्म हुआ इग्लैंड में। 19 वी शताब्दी के अंतिम वर्षो में लान टेनिस, खेले जाने की शुरूआत यही से मानी जाती है। इसके बाद इसे विश्व स्तर पर अपनी एक अलग पहचान विकसित करने में ज्यादा समय नहीं लगा। आज टेनिस को ओलम्पिक में भी एक अहम खेल माना जाता है विश्व स्तर पर प्रत्येक वर्ष इसकी चार प्रतिस्पर्धाओं का आयेजन किया जाता है। जिन्हें ग्रेड स्लैम का नाम दिया गया है। जहां जनवरी में आस्ट्रेलिया में आस्ट्रेलियन ओपन जो मिश्रित कोर्ट में, मई में फ्रा्रंस में फ्र्रेन्च ओपन जो मिटटी के आंगन में, इसके दो हफते बाद लंदन में विम्बलडन जो एक घांस कोर्ट में, और सितम्बर में अमेरिका में अमेरिकन ओपन जो मिश्रित कोर्ट में खेला जाता है। जिसमें शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों के साथ इस खेल के लिए क्वालिफाई करने वालें अलग अलग देशों के खिलाड़ियों को जगह दी जाती है। इसमें महिला और पुरूष एकल के साथ महिला पुरूष डबल्स का भी आयेजन किया जाता है।

4. बैडमिंटन (Badminton) – इंडोर खेला जाना वाले इस खेल की शुरूआत ओलम्पिक में 1992 से हुई। हालांकि रेजमर्रा के जीवन में इसे खुले आसमान के नीचे खेलना ही ज्यादा पंसद किया जाता है। इसमें पुरूष और महिला सिंगल्स के साथ पुरूषों और महिलाओं के युगल और मिश्रित युगल में भी यह खेल खेला जाता है। औपनिवेशिक भारत में इस खेल की शुरूआत 19वी शताब्दी से हुई। ब्रिटिश छावनी पूना में यह खेल खासतौर से लोकप्रिय रहा। पर विश्व में 1872 में इस खेल की शुरूआत हुई। सन 1887 तक जो नियम ब्रिटिश शासन द्वारा तय किए गए उन्हीं को ध्यान में रखकर यह खेल खेला जाता रहा। 1899 में इस खेल का विकास इस सीमा तक हो चुका था कि इसी साल ऑल इंडिया ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप की शुरूआत की गई जो विश्व की पहली बैडमिंटन प्रतियोगिता बनी।

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