कोहिनूर हिरा का इतिहास
कोहिनूर हीरा एक बहुत महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध ज्वेल है, जिसका इतिहास बहुत पुराना है। इसे विश्व के सबसे प्रमुख रत्नों में से एक माना जाता है। यह दुनिया में सबसे अधिक प्रसिद्ध हीरे में से एक है और इसका नाम हिंदी भाषा में ‘कोहिनूर’ है, जिसका अर्थ है “नूर का कोह” यानी “नूर का हीरा”।
कोहिनूर हीरा का इतिहास उसके मूल स्थान क़्वीला-ए-ताज़ाह (Qila-e-Tajah) से शुरू होता है, जो वर्तमान दक्षिण पश्चिमी अफ़ग़ानिस्तान में स्थित है। यह हीरा क़्वीला-ए-ताज़ाह में पाया गया था और यह तब तक कई मौसमों में बदला, जब तक यह 1304 में दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन ख़िलज़ी के साम्राज्य के युवराज अहमद शाह ने इसे अपने गले में पहना नहीं लिया।
इसके बाद, कोहिनूर हीरा कई राजाओं के विरुद्ध लड़ाईयों और युद्धों के दौरान विभाजित हो गया। इसे महाराजा रणजीत सिंग ने 1813 में अपने हथियारों के बीच से चुरा लिया और पंजाब में अपने अधीन कर लिया।
इसके बाद, 1849 में अंग्रेजों ने पंजाब को विजयी किया और कोहिनूर हीरा भी उनके हाथ चला गया। यह हीरा ब्रिटिश राज खगत सिंग को समर्पित किया गया और इसे ब्रिटिश राजवंश के हीरे के रूप में रानी विक्टोरिया के पास भेजा गया।
कोहिनूर हीरा विभिन्न दामों और समयों में अनेक अंग्रेजी राजाओं के मुकदमों में शामिल रहा। इसे अंततः 1850 में ताज़ महल के ख़जाने में रख दिया गया, जहां यह सभी के दर्शन के लिए उपलब्ध है। आज भी, यह ताज़ महल के सुंदर सम्राट पीर (Emperor’s Throne) पर प्रदर्शित किया जाता है, जो इसका एक प्रसिद्ध स्थान है।
इसे लेकर इतनी कई किस्से हैं जिसमें इतिहास, कल्चर, और विभिन्न राजाओं के बीच के तनाव शामिल हैं, जिससे यह ज्वेल आज भी एक रहस्यमय और प्रसिद्ध आभूषण बना हुआ है।
असली हिरा को कैसे पहचाने ?
How to check orignal Diamond ?
Asli diamond (असली हीरा) को पहचानने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- ध्यान से देखें: असली हीरे की पहचान करने के लिए सबसे पहले हीरे को ध्यान से देखें। असली हीरे की चमक और ब्रिलियेंस कई अन्य पत्थरों से अलग होती है।
- कट और परत देखें: हीरे के कट और परत (टॉप-फेसिट और बॉटम-फेसिट) को भी देखें। असली हीरे की कट शानदार होती है और परत एक सामान्य चमकदार परत से भिन्न होती है।
- रंग जांचें: असली हीरे का रंग शीतल, आभूषणीय, वैरान, गहरे नीले, भूरे, गहरे हरे, लाल या गहरे पानी जैसा होता है। अगर हीरे का रंग समान दिखता है तो यह असली होने की संभावना कम होती है।
- परत के रेखाएं: हीरे की परत पर दिखने वाली छाल के ऊपर की रेखाएं (इनक्लूजन्स) को भी ध्यान से देखें। असली हीरे में कुछ इनक्लूजन्स (धातु, धुले हुए धागे, आदि) हो सकते हैं, लेकिन इनमें बहुत ज्यादा विशेषता नहीं होती है।
- धारा परीक्षण करें: धारा परीक्षण एक और तरीका है असली हीरे की पहचान करने का। हीरे को एक धारा के साथ धरा पर रगड़ें। यदि हीरे का चमक विनाशित नहीं होता है और धारा की जगह एक छोटी धागा दिखता है, तो वह असली हीरा हो सकता है।
- प्रमाण पत्रिका देखें: हीरे की पहचान करने में सहायक एक और तरीका है, यह निगमित लैब या ज्वेलर द्वारा जाँची गई प्रमाण पत्रिका देखना। असली हीरे को ग्रेड के हिसाब से प्रमाणित किया जाता है जो उसकी गुणवत्ता और मूल्य का पता लगाने में मदद करता है।
असली हीरे को पहचानना आमतौर पर एक अनुभवी ज्वेलर या ज्ञानी व्यक्ति के साथ मिलकर करना सुरक्षित और अच्छा होता है। इससे आप असली हीरे को बेहतर तरीके से पहचान सकते हैं।
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